ख़्वाब दिखाने वाले से होशियार रहो
जादूगर की चालो से होशियार रहो,
गाफ़िल ज़रा हुए तो सर कट जाएगा
लकड़ी की इन ढालो से होशियार रहो,
जाने कब ये ऊँगली काट के ले जाएँ
हाथ मिलाने वालो से होशियार रहो,
आज़ादी के पंख जकड़ने वाली है
इस मकड़ी के जालो से होशियार रहो..!!
~मंज़र भोपाली