हसीं चेहरों से सूरत आश्नाई होती रहती है

हसीं चेहरों से सूरत आश्नाई होती रहती है
समझ लो इब्तिदाई कारवाई होती रहती है,

हमारी बीवी और महँगाई दोनों हैं सगी बहनें
हमारी जेब की अक्सर सफ़ाई होती रहती है,

कहा मैंने कि मिलते हो बिछड़ जाने की नियत से
कहा उस ने मोहब्बत में जुदाई होती रहती है,

कहा मैं ने मेरी दरख़्वास्तों का क्या बना आख़िर
कहा उस ने कि उन पर कारवाई होती रहती है,

कहा लड़के की अम्मी ने रहेगी ख़ुश सदा बेटी
कि ऊपर से भी लड़के की कमाई होती रहती है,

तेरे पंद ओ नसाएह का नतीजा सिफ़्र है नासेह
बुराई होती रहती थी बुराई होती रहती है..!!

~रूही कंजाही

संबंधित अश'आर | गज़लें

Leave a Reply