किसी की ना सुनिए ख़ुद की सुनाते जाइए

kisi ki naa suniye khud ki sunaate jaaiye

किसी की ना सुनिए ख़ुद की सुनाते जाइए आप जो है ख़ुद वही सबको बनाते जाइए, मुर्दा ज़मीरो

क्या ? खज़ूर के पेड़ो में झुकाव आ गया

kya khazoor ke pedo me jhukaav aa gaya

क्या ? खज़ूर के पेड़ो में झुकाव आ गया ज़नाब ! लगता है शहर में चुनाव आ गया,

राजनीति की राह में तो ये करते है वादे हज़ार

rajniti ki raah me to ye karte hai

राजनीति की राह में तो ये करते है वादे हज़ार निभाने की बारी जब भी आये हो जाते

हिन्द का आज़ाद हो जाना कोई आसाँ नहीं

hind ka azaad ho

हिन्द का आज़ाद हो जाना कोई आसाँ नहीं देखना तुम को अभी क्या क्या दिखाया जाएगा, देखना तुम

इंसाफ ज़ालिमों की हिमायत में जायेगा

insaf zalimo ki himayat

इंसाफ ज़ालिमों की हिमायत में जायेगा ये हाल है तो कौन अदालत में जायेगा ? दस्तार नोच नोच

गिरजा में मंदिरों में अज़ानों में बट गया

girja me mandiron me

गिरजा में मंदिरों में अज़ानों में बट गया होते ही सुब्ह आदमी ख़ानों में बट गया, एक इश्क़

कोई हिन्दू कोई मुस्लिम कोई ईसाई है

koi hindu koi muslim

कोई हिन्दू कोई मुस्लिम कोई ईसाई है सब ने इंसान न बनने की क़सम खाई है, इतनी ख़ूँ-ख़ार

मुट्ठी भर लोगों के हाथों में लाखों की तक़दीरें हैं

Mutthi bhar logo ke

मुट्ठी भर लोगों के हाथों में लाखों की तक़दीरें हैं जुदा जुदा हैं धर्म इलाक़े एक सी लेकिन

दिल से मंज़ूर तेरी हम ने क़यादत नहीं की

Dil se manzoor teri

दिल से मंज़ूर तेरी हम ने क़यादत नहीं की ये अलग बात अभी खुल के बग़ावत नहीं की,

नज़र नज़र से मिला कर कलाम कर आया

Nazar nazar se mila

नज़र नज़र से मिला कर कलाम कर आया ग़ुलाम शाह की नींदें हराम कर आया, कई चराग़ हवा