साथ मुझको ही पाओगे जिधर जाओगे…
साथ मुझको ही पाओगे जिधर जाओगेइससे ज्यादा तुम्हे चाहा तो बिगड़ जाओगे, दिल ए नादान ने किया फिर …
साथ मुझको ही पाओगे जिधर जाओगेइससे ज्यादा तुम्हे चाहा तो बिगड़ जाओगे, दिल ए नादान ने किया फिर …
चलो मौत को गले लगा कर देखेज़िन्दगी से पीछा छुड़ा कर देखे, घुट घुट कर जीने से बारहा …
सोचा कि ख़ुद पे ज़रा सी इनायत कर लूँऐ ज़िन्दगी तुझसे वो पहली सी मुहब्बत कर लूँ, सुनाऊँ …
मैं सोचो के किस गुमाँ में थामैं किसी दूसरे जहान में था, रहने वाले आबाद हो न सकेकोई …
सब्ज़ गुम्बद से सदा आती हैमुझको वो ताज़ा हवा आती है, चाँद भी तब ही चमक उठता हैजब …
बैठ कर पास मेरे एक चिड़ियाँ ने आज ये सवाल कियाहम तो ठहरे परिंदे, इन्सान ने इन्सान का …
ये जो आवाम में फ़िक्र ए आम है सियासतमेरे मुल्क की तो बिल्कुल खाम है सियासत, नफ़रत का …
इन्सान भूल चुका है इन्सान की क़ीमतबाज़ार में बढ़ गई आज हैवान की क़ीमत, इक्तिदार में आते है …
तन्हाइयो में अश्क बहाने से क्या मिलाख़ुद को दीया बना के जलाने से क्या मिला ? मुझसे बिछड़ …
इश्क़ सहरा है कि दरियाँ कभी सोचा तुमनेतुझसे क्या है मेरा नाता कभी सोचा तुमने ? हाँ मैं …