न वो मिलता है न मिलने का इशारा कोई
कैसे उम्मीद का चमकेगा सितारा कोई ?
हद से ज्यादा न किसी से भी मुहब्बत करना
जान ले लेता है सदा जाँ से प्यारा कोई,
बेवफ़ाई के सितम तुम को भी समझ आ जाते
काश ! तुम जैसा अगर होता तुम्हारा कोई,
चाँद ने जागते रहने का सबब पूछा है
क्या कहीं टूट गया ख़्वाब हमारा कोई ?
Discover more from Hindi Gazals :: हिंदी ग़ज़लें
Subscribe to get the latest posts sent to your email.