इंसाफ ज़ालिमों की हिमायत में जायेगा
ये हाल है तो कौन अदालत में जायेगा ?
दस्तार नोच नोच के अहबाब ले उड़े
सर बच गया है ये भी शराफ़त में जायेगा,
दोज़ख के इंतज़ाम में उलझा है रात दिन
दावा ये कर रहा है कि जन्नत में जायेगा,
ख़ुश फ़ह्मियों की भीड़ में तू भूल क्यूँ गया ?
पहले मरेगा बाद में जन्नत में जायेगा,
वाकिफ़ है खूब झूठ के फन से ये आदमी
ये आदमी ज़रूर सियासत में जायेगा..!!
~राहत इंदौरी

























