जलता रहा मैं रात की तन्हाइयों के साथ

jalta raha main raat

जलता रहा मैं रात की तन्हाइयों के साथ और तुम रहे हो सुब्ह की रानाइयों के साथ, ऐ

दिल में बस जान सा मैं रहता हूँ

dil me bas jaan

दिल में बस जान सा मैं रहता हूँ ख़ुद में मेहमान सा मैं रहता हूँ, कितने आबाद दिल

उस से मिला तो दिल मेंरा सरशार हो गया

us se mila to

उस से मिला तो दिल मेंरा सरशार हो गया और फिर बिछड़ के ख़ुद से ही बेज़ार हो

चराग़ इश्क़ के दिल में जलाए जाते हैं

charag ishq ke dil

चराग़ इश्क़ के दिल में जलाए जाते हैं बड़े ही शौक़ से सदमे उठाए जाते हैं, उन्हें सुकून

बड़ी मुश्किल हैं राहें सुन मोहब्बत की ज़माने में

badi mushkil hain raahen

बड़ी मुश्किल हैं राहें सुन मोहब्बत की ज़माने में कि पल पल मरना पड़ता है इसे दिल से

दोनों में थी हवस कि मोहब्बत तो थी नहीं

dono me thi hawas

दोनों में थी हवस कि मोहब्बत तो थी नहीं यानी वफ़ा की उनको ज़रूरत तो थी नहीं, अच्छा

इश्क़ की राह में यूँ हद से गुज़र मत जाना

ishq ki raah me

इश्क़ की राह में यूँ हद से गुज़र मत जाना हों घड़े कच्चे तो दरिया में उतर मत

फूल से मासूम बच्चों की ज़बाँ हो जाएँगे

phool se masum bachcho

फूल से मासूम बच्चों की ज़बाँ हो जाएँगे मिट भी जाएँगे तो हम एक दास्ताँ हो जाएँगे, मैंने

सुनो ये ग़म की सियह रात जाने वाली है

suno ye gam ki

सुनो ये ग़म की सियह रात जाने वाली है अभी अज़ान की आवाज़ आने वाली है, तुझे यक़ीन

ज़िंदगी से यही गिला है मुझे

zindagi se yahi gila

ज़िंदगी से यही गिला है मुझे तू बहुत देर से मिला है मुझे, तू मोहब्बत से कोई चाल