न वो मिलता है न मिलने का इशारा कोई

न वो मिलता है न मिलने का इशारा कोई
कैसे उम्मीद का चमकेगा सितारा कोई ?

हद से ज्यादा न किसी से भी मुहब्बत करना
जान ले लेता है सदा जाँ से प्यारा कोई,

बेवफ़ाई के सितम तुम को भी समझ आ जाते
काश ! तुम जैसा अगर होता तुम्हारा कोई,

चाँद ने जागते रहने का सबब पूछा है
क्या कहीं टूट गया ख़्वाब हमारा कोई ?

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