मुझे बताया गया था यहाँ मोहब्बत है
मैं आ गया हूँ दिखाओ कहाँ मोहब्बत है ?
यहाँ के लोग बहुत दुश्मनी निबाहते हैं
इसी से होता है साबित यहाँ मोहब्बत है,
किसी के नाफ़ पियाले से मुँह हटा लेना
सवाल ही नहीं उठता मियाँ मोहब्बत है,
सो रूह ओ जिस्म का रिश्ता बहाल है तब तक
हमारे बीच ये जब तक रवाँ मोहब्बत है,
ये राज़ मुझ पे खुला है तुम्हारे छूने से
हवस चराग़ है लेकिन धुआँ मोहब्बत है..!!
~ख़ालिद नदीम शानी

























