दिल करे जब आप का मुझ को रुलाया कीजिए

dil kare jab aap

दिल करे जब आप का मुझ को रुलाया कीजिए आप ग़म की ये दवा मेरे ख़ुदारा कीजिए, लुत्फ़

अपने लिए रहा कभी उस के रहा ख़िलाफ़

apne liye raha kabhi

अपने लिए रहा कभी उस के रहा ख़िलाफ़ मेरा मिज़ाज सब के लिए एक सा ख़िलाफ़, ऐसे भी

जलता रहा मैं रात की तन्हाइयों के साथ

jalta raha main raat

जलता रहा मैं रात की तन्हाइयों के साथ और तुम रहे हो सुब्ह की रानाइयों के साथ, ऐ

दिल में बस जान सा मैं रहता हूँ

dil me bas jaan

दिल में बस जान सा मैं रहता हूँ ख़ुद में मेहमान सा मैं रहता हूँ, कितने आबाद दिल

इश्क़ की राह में यूँ हद से गुज़र मत जाना

ishq ki raah me

इश्क़ की राह में यूँ हद से गुज़र मत जाना हों घड़े कच्चे तो दरिया में उतर मत

फूल से मासूम बच्चों की ज़बाँ हो जाएँगे

phool se masum bachcho

फूल से मासूम बच्चों की ज़बाँ हो जाएँगे मिट भी जाएँगे तो हम एक दास्ताँ हो जाएँगे, मैंने

सुनो ये ग़म की सियह रात जाने वाली है

suno ye gam ki

सुनो ये ग़म की सियह रात जाने वाली है अभी अज़ान की आवाज़ आने वाली है, तुझे यक़ीन

भूले बिसरे हुए ग़म याद बहुत करता है

bhoole bisre hue gam

भूले बिसरे हुए ग़म याद बहुत करता है मेरे अंदर कोई फ़रियाद बहुत करता है, रोज़ आता है

ज़िंदगी से यही गिला है मुझे

zindagi se yahi gila

ज़िंदगी से यही गिला है मुझे तू बहुत देर से मिला है मुझे, तू मोहब्बत से कोई चाल

रंग ओ बू के जहाँ के थे ही नहीं

rang o boo ke

रंग ओ बू के जहाँ के थे ही नहीं इस ज़मीं आसमाँ के थे ही नहीं, राह ओ