गम से वो मेरे आशना न हुआ कभी

gam-se-wo-mere

गम से वो मेरे आशना न हुआ कभी और दुःख मेरा मुझ से जुदा न हुआ कभी, ज़िन्दगी

अंज़ाम नहीं मिलता, उन्वान नहीं मिलता

anzam-nahi-milta-unwan

अंज़ाम नहीं मिलता, उन्वान नहीं मिलता कम इश्क़ के दरिया में तूफ़ान नहीं मिलता, रोते है लिपट के

अधूरे ख़्वाब की अनोखी ताबीर होती है

adhure khwabo ki anokhi

अधूरे ख़्वाब की अनोखी ताबीर होती है हर हाथों में मुहब्बत की लकीर होती है, जरूरी तो नहीं

ऐसे मौसम में भला कौन जुदा होता है

aise-mausam-me-bhala

ऐसे मौसम में भला कौन जुदा होता है जैसे मौसम में तू हर रोज़ खफ़ा होता है, रोज़

तेरे और मेरे बारे में जो मशहूर एक कहानी है

tere-aur-mere-baare

तेरे और मेरे बारे में जो मशहूर एक कहानी है वही कहानी अब ज़माने के ज़हन से मिटानी

थक गया है मुसलसल सफ़र उदासी का

thak-gaya-hai-musalsal

थक गया है मुसलसल सफ़र उदासी का और अब भी है मेरे शाने पे सर उदासी का, वो

कैसे कहे, क्या कहे इसी कशमकश में रह गए

kaise-kahe-kya-kahe

कैसे कहे, क्या कहे इसी कशमकश में रह गए हम अल्फाज़ ढूँढ़ते रहे, वो बात अपनी कह गए,

जंगल काट दिए और फिर शहर भी जला दिए

jungle-kaat-diye-aur

जंगल काट दिए और फिर शहर भी जला दिए अपने घरो के चिराग़ लोगो ने ख़ुद बुझा दिए,

चीखते है दर ओ दीवार नहीं होता मैं

chikhte-hai-dar-o

चीखते है दर ओ दीवार नहीं होता मैं आँख खुलने पे भी बेदार नहीं होता मैं, ख़्वाब देखना

क़ुबूल है अब तो ज़िन्दगी का हर तोहफ़ा

qubul-hai-ab-to

क़ुबूल है अब तो ज़िन्दगी का हर तोहफ़ा मैंने ख्वाहिशो का नाम बताना छोड़ दिया, जो दिल के