यही हाल रहा साक़ी तेरे मयखानों का

yahi haal raha saaqi tere maykhano ka

यही हाल रहा साक़ी तेरे मयखानों का तो ढेर लग जाएगा टूटे हुए पैमानों का, क़हत दुनियाँ में

अब तरसते हो कि बच्चे मेरे बोले उर्दू

ab taraste ho ki bachche mere bole urdu

अब तरसते हो कि बच्चे मेरे बोले उर्दू उन्हें अफरंग बनाने की ज़रूरत क्या थी ? आज रोते

तारीफ़ उस ख़ुदा की जिसने जहाँ बनाया

tarif us khuda ki jisne jahan banaya

तारीफ़ उस ख़ुदा की जिसने जहाँ बनाया कैसी हसीं ज़मीं बनाई क्या आसमां बनाया, मिट्टी से बेल बूटे

क़ुदरत का करिश्मा भी क्या बेमिसाल है

qudrat-ka-karishma-bhi

क़ुदरत का करिश्मा भी क्या बेमिसाल है चेहरे सफ़ेद काले पर खून सबका लाल है, हिन्दू है यहाँ

ये क़ुदरत भी अब तबाही की हुई शौक़ीन लगती है

ye-qudrat-bhi-ab

ये क़ुदरत भी अब तबाही की हुई शौक़ीन लगती है ऐ दौर ए ज़दीद साज़िश तेरी बहुत संगीन

बात अब करते है क़तरे भी समंदर की तरह

baat-ab-karte-hai

बात अब करते है क़तरे भी समंदर की तरह लोग ईमान बदलते है कलेंडर की तरह, कोई मंज़िल

जो नेकी कर के फिर दरिया में उसको डाल जाता है

jo-neqi-kar-ke

जो नेकी कर के फिर दरिया में उसको डाल जाता है वो जब भी दुनिया से जाता है

लेता हूँ उस का नाम भी आह ओ बुका के साथ

leta-hoon-uska naam

लेता हूँ उस का नाम भी आह ओ बुका के साथ कितना हसीन रिश्ता है मेरा ख़ुदा के

रह के मक्कारों में मक्कार हुई है दुनिया

rah-ke-makkaro-me

रह के मक्कारों में मक्कार हुई है दुनिया मेरे दुश्मन की तरफ़दार हुई है दुनिया, पाक दामन थी

मौत तो एक दिन आनी ही है

kis simt chal padi hai khudai mere khuda

मौत तो एक दिन आनी ही है ज़िन्दगी जो मिली फ़ानी ही है, शख्स वो है अक्लमंद ओ