हर किसी की है ज़बानी दोस्ती

har kisi ki hai zabani dosti

हर किसी की है ज़बानी दोस्ती क्या किसी की आज़मानी दोस्ती, थे मुसाफ़िर दो अलग रस्तों के हम

लिख लिख के आँसुओं से दीवान कर लिया है

likh-likh-ke-aansoo

लिख लिख के आँसुओं से दीवान कर लिया है अपने सुख़न को अपनी पहचान कर लिया है, आख़िर

कुछ तो दुनिया की इनायात ने दिल तोड़ दिया

Kuch to duniya ki

कुछ तो दुनिया की इनायात ने दिल तोड़ दिया और कुछ तल्ख़ी ए हालात ने दिल तोड़ दिया,

अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें

Agar hum kahe aur

अगर हम कहें और वो मुस्कुरा दें हम उन के लिए ज़िंदगानी लुटा दें, हर एक मोड़ पर

बूढ़ा टपरा, टूटा छपरा और उस पर बरसातें सच

boodha-tapara-tuta-chhapra

बूढ़ा टपरा, टूटा छपरा और उस पर बरसातें सच उसने कैसे काटी होगी, लंबी लंबी राते सच ?

दिल से मंज़ूर तेरी हम ने क़यादत नहीं की

Dil se manzoor teri

दिल से मंज़ूर तेरी हम ने क़यादत नहीं की ये अलग बात अभी खुल के बग़ावत नहीं की,

वो मेरे ख़्वाब की ताबीर तो बताए मुझे

Wo mere khwab ki

वो मेरे ख़्वाब की ताबीर तो बताए मुझे मैं धूप में हूँ मगर ढूँढते हैं साए मुझे, मैं

बख़्श दे कुछ तो एतिबार मुझे

Bakhsh de kuch to

बख़्श दे कुछ तो एतिबार मुझे प्यार से देख चश्म ए यार मुझे, रात भी चाँद भी समुंदर

ज़ख़्म पुराने फूल सभी बासी हो जाएँगे

zakhm purane phool sabhi

ज़ख़्म पुराने फूल सभी बासी हो जाएँगे दर्द के सब क़िस्से याद ए माज़ी हो जाएँगे, साँसें लेती

मैं छू सकूँ तुझे मेरा ख़याल ए ख़ाम है क्या

main chhoo sakoon tujhe

मैं छू सकूँ तुझे मेरा ख़याल ए ख़ाम है क्या तेरा बदन कोई शमशीर ए बे नियाम है