आए हैं सराए में तो घर जाएँगे क्या है

aaye hai saraye me

आए हैं सराए में तो घर जाएँगे क्या है हम लोग किसी रोज़ गुज़र जाएँगे क्या है हम

कुछ अब की बार तो ऐसा बिफर गया पानी

kuch ab ki bar

कुछ अब की बार तो ऐसा बिफर गया पानी बहा के ले गया हर शय जिधर गया पानी,

फ़क़ीराना तबीअत थी बहुत बेबाक लहजा था

faqeerana tabiyat thi bahut

फ़क़ीराना तबीअत थी बहुत बेबाक लहजा था कभी मुझ में भी हँसता खेलता एक शख़्स रहता था, बगूले

हम को किस के ग़म ने मारा ये कहानी फिर सही

hum ko kis ke

हम को किस के ग़म ने मारा ये कहानी फिर सही किस ने तोड़ा दिल हमारा ये कहानी

पढ़िए सबक़ यही है वफ़ा की किताब का

padhiye sabaq yahi hai

पढ़िए सबक़ यही है वफ़ा की किताब का काँटे करा रहे हैं तआरुफ़ गुलाब का, कैसा ये इंतिशार

उदासी आसमाँ है दिल मिरा कितना अकेला है

udaasi aasmaan hai dil

उदासी आसमाँ है दिल मिरा कितना अकेला है परिंदा शाम के पुल पर बहुत ख़ामोश बैठा है, मैं

घर से निकले अगर हम बहक जाएँगे

ghar se nikale agar

घर से निकले अगर हम बहक जाएँगे वो गुलाबी कटोरे छलक जाएँगे, हम ने अल्फ़ाज़ को आइना कर

अपने लिए रहा कभी उस के रहा ख़िलाफ़

apne liye raha kabhi

अपने लिए रहा कभी उस के रहा ख़िलाफ़ मेरा मिज़ाज सब के लिए एक सा ख़िलाफ़, ऐसे भी

देखे हैं दिल नशीन मनाज़िर हिजाब के

dekhe hain dil nashin

देखे हैं दिल नशीन मनाज़िर हिजाब के होते हैं रंग सैंकड़ों पागल जो ख़्वाब के, ख़ुशबू जिसे समझते

चलिए मुश्किल है अगर जीना तो मर जाते हैं

chaliye mushkil hai agar

चलिए मुश्किल है अगर जीना तो मर जाते हैं बोझ हम रूह पे अपनी हैं उतर जाते हैं,