जिसके साथ अपनी माँ की दुआएँ होती है

jiske saath apni maa ki duaayen hoti hai

जिसके साथ अपनी माँ की दुआएँ होती है उसके मुक़द्दर में जन्नत की हवाएँ होती है, जिसे माँ

जो कहीं ना मिले वो ख़ुशी चाहिए

jo kahin naa mile wo khushi chahiye

जो कहीं ना मिले वो ख़ुशी चाहिए दर्द चाहे कैसा भी हो बंदगी चाहिए, मुझे अब ख्वाहिश ए

ये नहर ए आब भी उस की है मुल्क ए शाम उस का

ye nahar e aab bhi us ki hai

ये नहर ए आब भी उस की है मुल्क ए शाम उस का जो हश्र मुझ पे बपा

मैं अपने इख़्तियार में हूँ भी नहीं भी हूँ

main apne ikhtiyar me

मैं अपने इख़्तियार में हूँ भी नहीं भी हूँ दुनिया के कारोबार में हूँ भी नहीं भी हूँ,

ज़माने की हवा बदली उधर रंग ए चमन बदला

zamane ki hawa badli

ज़माने की हवा बदली उधर रंग ए चमन बदला गुलों ने जब रविश बदली अनादिल ने वतन बदला,

हिन्द का आज़ाद हो जाना कोई आसाँ नहीं

hind ka azaad ho

हिन्द का आज़ाद हो जाना कोई आसाँ नहीं देखना तुम को अभी क्या क्या दिखाया जाएगा, देखना तुम

कोई हिन्दू कोई मुस्लिम कोई ईसाई है

koi hindu koi muslim

कोई हिन्दू कोई मुस्लिम कोई ईसाई है सब ने इंसान न बनने की क़सम खाई है, इतनी ख़ूँ-ख़ार

इन्सान हूँ इंसानियत की तलब है

insan hoon insaniyat ki

इन्सान हूँ इंसानियत की तलब हैकिसी खुदाई का तलबगार नहीं हूँ, ख़ुमारी ए दौलत ना शोहरत का नशाअबतक

मुझ से कहा जिब्रील ए जुनूँ ने ये भी वहइ ए इलाही है

mujh se kaha jibril

मुझ से कहा जिब्रील ए जुनूँ ने ये भी वहइ ए इलाही है मज़हब तो बस मज़हब ए

है आम अज़ल ही से फ़ैज़ान मोहब्बत का

Hai aam azal hi

है आम अज़ल ही से फ़ैज़ान मोहब्बत का इम्कान मुसल्लम है इम्कान मोहब्बत का, तोड़ा नहीं जा सकता