वो मेरे ख़्वाब की ताबीर तो बताए मुझे

Wo mere khwab ki

वो मेरे ख़्वाब की ताबीर तो बताए मुझे मैं धूप में हूँ मगर ढूँढते हैं साए मुझे, मैं

मुश्किल है कि अब शहर में निकले कोई घर से

Mushkil hai ki ab

मुश्किल है कि अब शहर में निकले कोई घर से दस्तार पे बात आ गई होती हुई सर

है हकीक़त अज़ाब रहने दो

Hai haqiqat azab rahne

है हकीक़त अज़ाब रहने दो टूट जाएगा ख़्वाब रहने दो, कब सज़ावार हूँ इनायत का यूँ ही ज़ेर

बहुत मुमकिन था हम दो जिस्म और एक जान हो जाते

Bahut Mumkin tha ham

बहुत मुमकिन था हम दो जिस्म और एक जान हो जाते मगर दो जिस्म सिर्फ़ एक जान से

तू फूल की मानिंद न शबनम की तरह आ

tu phool ki manind

तू फूल की मानिंद न शबनम की तरह आ अब के किसी बेनाम से मौसम की तरह आ,

दुआ का टूटा हुआ हर्फ़ सर्द आह में है

Dua ka tuta hua

दुआ का टूटा हुआ हर्फ़ सर्द आह में है तेरी जुदाई का मंज़र अभी निगाह में है, तेरे

बख़्श दे कुछ तो एतिबार मुझे

Bakhsh de kuch to

बख़्श दे कुछ तो एतिबार मुझे प्यार से देख चश्म ए यार मुझे, रात भी चाँद भी समुंदर

ज़ख़्म पुराने फूल सभी बासी हो जाएँगे

zakhm purane phool sabhi

ज़ख़्म पुराने फूल सभी बासी हो जाएँगे दर्द के सब क़िस्से याद ए माज़ी हो जाएँगे, साँसें लेती

मैं छू सकूँ तुझे मेरा ख़याल ए ख़ाम है क्या

main chhoo sakoon tujhe

मैं छू सकूँ तुझे मेरा ख़याल ए ख़ाम है क्या तेरा बदन कोई शमशीर ए बे नियाम है

तेरी सूरत निगाहों में फिरती रहे इश्क़ तेरा सताए तो मैं क्या करूँ ?

Teri Surat Nigahon me

तेरी सूरत निगाहों में फिरती रहे इश्क़ तेरा सताए तो मैं क्या करूँ ? कोई इतना तो आ