हिन्द का आज़ाद हो जाना कोई आसाँ नहीं
हिन्द का आज़ाद हो जाना कोई आसाँ नहीं देखना तुम को अभी क्या क्या दिखाया जाएगा, देखना तुम
Poetries
हिन्द का आज़ाद हो जाना कोई आसाँ नहीं देखना तुम को अभी क्या क्या दिखाया जाएगा, देखना तुम
भारत के ऐ सपूतो हिम्मत दिखाए जाओ दुनिया के दिल पे अपना सिक्का बिठाए जाओ, मुर्दादिली का झंडा
हम भारत के रखवाले हैं सब इस के बच्चे बाले हैं, कैसे ये बिहारी कश्मीरी और क्या हैं
भारत प्यारा देश हमारा सब देशों से न्यारा है हर रुत हर एक मौसम इसका कैसा प्यारा प्यारा
जिस का है सब को ज्ञान यही है सारे जहाँ की जान यही है जिस से है अपनी
रंग ओ बू के जहाँ के थे ही नहीं इस ज़मीं आसमाँ के थे ही नहीं, राह ओ
दुश्मनों से रह ख़फ़ा एक हद तलक दोस्तों से भी निभा एक हद तलक, हम निवाला हम पियाला
कोई दुश्मन भला भाता किसे है बनाना दोस्त भी आता किसे है फ़ना हो कर बक़ा पाता है
हम तो शायद यहाँ के थे ही नहीं इस ज़मीं आसमाँ के थे ही नहीं, तन्हा तन्हा ही
अपना ख़ुर्शीद और अपना ही क़मर पैदा कर तू मोहब्बत का शजर है तो समर पैदा कर, हर