आप कहते हैं सरापा गुलमुहर है जिंदगी

aap kahte hai saraapa gulmuhar hai zindagi

आप कहते हैं सरापा गुलमुहर है जिंदगी हम ग़रीबों की नज़र में क़हर है जिंदगी, भुखमरी की धूप

वो जिसके हाथ में छाले हैं पैरों में बिवाई…

wo jiske hath me chhale hai pairo me bivaai hai

वो जिसके हाथ में छाले हैं पैरों में बिवाई है उसी के दम से रौनक आपके बंगले में

न महलों की बुलंदी से न लफ़्ज़ों के…

naa mahlon ki bulandi se naa lafzo ke nagine se

न महलों की बुलंदी से न लफ़्ज़ों के नगीने से तमद्दुन में निखार आता है घीसू के पसीने

बज़ाहिर प्यार की दुनियाँ में जो नाकाम…

bazaahir pyar ki duniyan me jo naqam hota hai

बज़ाहिर प्यार की दुनियाँ में जो नाकाम होता है कोई रूसो कोई हिटलर कोई खय्याम होता है, ज़हर

मुझे हयात के साँचों में ढालने वाले…

mujhe hayat ke saanche me dhalne wale

मुझे हयात के साँचों में ढालने वाले कहाँ गए वो समुंदर खंगालने वाले, लुढ़क रहा हूँ ढलानों से

सितमगरों के सितम की उड़ान कुछ…

sitamgaro ke sitam ki udaan kuch kam hai

सितमगरों के सितम की उड़ान कुछ कम है अभी ज़मीं के लिए आसमान कुछ कम है, जो इस

कोई बचने का नहीं सब का पता जानती है

koi bachne ka nahi sab ka pata janti hai

कोई बचने का नहीं सब का पता जानती है किस तरफ़ आग लगाना है हवा जानती है, उजले

हिंदू या मुस्लिम के अहसासात को मत…

hindu ya muslim ke ahsas ko mat chhediye

हिंदू या मुस्लिम के अहसासात को मत छेड़िए अपनी कुर्सी के लिए जज़्बात को मत छेड़िए, हम में

नूर ए नज़र, चाँद, और आफ़ताब है बच्चे

noor e nazar chaand aur aaftab hai bachche

नूर ए नज़र, चाँद, और आफ़ताब है बच्चे रौशन चेहरे लिए खुली क़िताब है बच्चे, स्कूल की यूनिफार्म

ज़ुल्म के तल्ख़ अंधेरो के तलबगार हो तुम

zulm ke talkh andhero ke talabgaar ho tum

ज़ुल्म के तल्ख़ अंधेरो के तलबगार हो तुम ये इल्म है कि नफ़रत के मददगार हो तुम, जिसके