दुनियाँ जिसे कहते है जादू का खिलौना है…

duniyan jise kahte hai mitti ka khilauna hai

दुनियाँ जिसे कहते है जादू का खिलौना है मिल जाए तो मिट्टी है खो जाए तो सोना है,

अपनी मर्ज़ी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैं…

apni marji se kahan apne safar ke

अपनी मर्ज़ी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैं रुख़ हवाओं का जिधर का है उधर के हम

दिल में न हो जुरअत तो मोहब्बत नहीं मिलती

dil me n ho

दिल में न हो जुरअत तो मोहब्बत नहीं मिलतीख़ैरात में इतनी बड़ी दौलत नहीं मिलती , कुछ लोग

धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो…

धूप में निकलो घटाओं

धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखोज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो, सिर्फ़ आँखों से