तेरे लिए सब छोड़ के भी तेरा न रहा मैं

tere-liye-sab-chhod

तेरे लिए सब छोड़ के भी तेरा न रहा मैं दुनियाँ भी गई इश्क़ में, तुझसे भी गया

ख़ुद को न ऐ बशर कभी क़िस्मत पे छोड़ तू

khud-ko-n-ae

ख़ुद को न ऐ बशर कभी क़िस्मत पे छोड़ तू दरिया की तेज धार को हिम्मत से मोड़

दर्द हो, दुःख हो तो दवा कीजिए

dard-ho-dukh-ho

दर्द हो, दुःख हो तो दवा कीजिए फट पड़े आसमां तो क्या कीजिए ? नहीं इलाज़ ए गम

जब लहज़े बदल जाएँ तो वज़ाहते कैसी…

HindiGazals_Featured_Image

जब लहज़े बदल जाएँ तो वज़ाहते कैसी नयी मयस्सर हो जाएँ तो पुरानी चाहतें कैसी ? वस्ल में

जब भी तुम चाहो मुझे ज़ख्म नया देते रहो…

HindiGazals_Featured_Image

जब भी तुम चाहो मुझे ज़ख्म नया देते रहो बाद में फिर मुझे सहने की दुआ देते रहो,

अब भी कहता हूँ कि तुम्हे घबराना नहीं है…

HindiGazals_Featured_Image

अब भी कहता हूँ कि तुम्हे घबराना नहीं है घबरा कर कोई गलत क़दम उठाना नहीं है, हुनूज़

रात पिघली है तेरे सुरमई आँचल की तरह…

HindiGazals_Featured_Image

रात पिघली है तेरे सुरमई आँचल की तरह चाँद निकला है तुझे ढूँढने पागल की तरह, ख़ुश्क पत्तों

एक अनकही, ख़ामोश मुहब्बत पे बात कर

ek-ankahi-khamosh-muhabbat

एक अनकही, ख़ामोश मुहब्बत पे बात कर जो कर सके तो बाप की चाहत पे बात कर, रखता

है बहुत अँधेरा अब सूरज निकलना चाहिए…

HindiGazals_Featured_Image

है बहुत अँधेरा अब सूरज निकलना चाहिए जैसे भी हो अब ये मौसम बदलना चाहिए, रोज़ जो चेहरे

वो नवाज़िशे वो इनायते वो बिला वजह की शिकायतें…

HindiGazals_Featured_Image

वो नवाज़िशे वो इनायते वो बिला वजह की शिकायतें कभी रूठना कभी मनाना वो बिखरी सिमटी ख्वाहिशे, वो