हर्फ़ ए गलत न था मुझे समझा गया गलत

harf e galat na tha

हर्फ़ ए गलत न था मुझे समझा गया गलत लिखा गया गलत कभी बोला गया गलत, मैं भी

दिल में औरों के लिए कीना ओ कद रखते हैं

dil me auro ke liye kina o kad

दिल में औरों के लिए कीना ओ कद रखते हैं वही लोग इख़्लास के पर्दे में हसद रखते

इंसान को वक़्त के हिसाब से चलना पड़ता है

insan ko waqt ke hisab se

इंसान को वक़्त के हिसाब से चलना पड़ता है बाद ठोकर ही सही आख़िर संभलना पड़ता है, हमदर्द

जिस तरह चढ़ता है उसी तरह उतरता है

jis tarah chadhta hai usi tarah

जिस तरह चढ़ता है उसी तरह उतरता है चोटियों पर सदा के लिए कौन ठहरता है ? बहुत

दुख और तरह के हैं दुआ और तरह की

dukh aur tarah ke hai dua aur

दुख और तरह के हैं दुआ और तरह की और दामन ए क़ातिल की हवा और तरह की,

ऐ वक़्त ज़रा थम जा ये कैसी रवानी है

ae waqt zara tham jaa

ऐ वक़्त ज़रा थम जा ये कैसी रवानी है आँखों में अभी बाक़ी एक ख्वाब ए जवानी है,

नज़र फ़रेब ए क़ज़ा खा गई तो क्या होगा

nazar fareb e qaza khaa gai

नज़र फ़रेब ए क़ज़ा खा गई तो क्या होगा हयात मौत से टकरा गई तो क्या होगा ?

चाँद पर बस्तियाँ तो बसा लोगे…

chaand par bastiyan to basa loge

चाँद पर बस्तियाँ तो बसा लोगे मगर चाँदनी कहाँ से लाओगे ? सलब कर लीं समाअतें सबकी किस

दुख दर्द के मारों से मेरा ज़िक्र न करना

dukh dard ke maaron se mera zikr

दुख दर्द के मारों से मेरा ज़िक्र न करना घर जाऊँ तो यारों से मेरा ज़िक्र न करना,

दयार ए नूर में तीरा शबों का साथी हो

dayaar e noor me teera shabo ka

दयार ए नूर में तीरा शबों का साथी हो कोई तो हो जो मेरी वहशतों का साथी हो,