क्या ग़म के साथ हम जिएँ और क्या ख़ुशी के साथ

kya gam ke sah hum jiye

क्या ग़म के साथ हम जिएँ और क्या ख़ुशी के साथ जो दिल को दे सुकून गुज़र हो

दिल ए बरहम की ख़ातिर मुद्दआ कुछ भी नहीं होता

dil e barham kee khatir

दिल ए बरहम की ख़ातिर मुद्दआ कुछ भी नहीं होता अजब हालत है अब शिकवा गिला कुछ भी

किसी भी शय पे आ जाने में कितनी देर लगती है

kisi bhi shay pe aa jaane me

किसी भी शय पे आ जाने में कितनी देर लगती है मगर फिर दिल को समझाने में कितनी

है बहुत मूड में इस वक़्त दिल ए ज़ार चलो

hai bahut mood me

है बहुत मूड में इस वक़्त दिल ए ज़ार चलो तुम मेरे साथ चलो और लगातार चलो, भाड़

जैसा हूँ स्वीकार तुम्हीं तो करती हो

jaisa hoon sweekaar tumhin to

जैसा हूँ स्वीकार तुम्हीं तो करती हो बिना शर्त के प्यार तुम्हीं तो करती हो, अपनी दिलकश अदा

ज़ख़्मों ने मुझ में दरवाज़े खोले हैं

zakhmon ne mujh me darwaze

ज़ख़्मों ने मुझ में दरवाज़े खोले हैं मैंने वक़्त से पहले टाँके खोले हैं, बाहर आने की भी

मैंने ये कब कहा है कि वो मुझ को तन्हा नहीं छोड़ता

maine ye kab kaha ki wo

मैंने ये कब कहा है कि वो मुझ को तन्हा नहीं छोड़ता छोड़ता है मगर एक दिन से

न नींद और न ख़्वाबों से आँख भरनी है

naa neend aur naa khwabon se

न नींद और न ख़्वाबों से आँख भरनी है कि उस से हम ने तुझे देखने की करनी

ज़िंदगी की यही कहानी है

zindagi ki yahi kahani

ज़िंदगी की यही कहानी है साँस आनी है और जानी है, तुम जो होते तो बात कुछ होती

हमें बर्बादियों पे मुस्कुराना ख़ूब आता है

hume barbadiyon pe muskurana

हमें बर्बादियों पे मुस्कुराना ख़ूब आता है अँधेरी रात में दीपक जलाना ख़ूब आता है, ग़लत फ़हमी तुम्हें