जब मुझको सब क़ुबूल था, तुम क्यों चले गए ?

ek bhatke hue lashkar ke siwa kuch bhi nahi

ये भी कोई उसूल था ? तुम क्यों चले गए ?जब मुझको सब क़ुबूल था, तुम क्यों चले

हसीन रुत में…उदास क्यों हो ?

Love_Bazme2

हसीन रुत में गुलाब चेहरोंमुझे बताओ उदास क्यों हो ? दिलो पे बीती हुई कहानीमुझे सुनाओ उदास क्यों

सवाल है कि उसको ऐतबार क्यों नहीं रहा ?

Bazme_thinking

सवाल ये नहीं कि वो पुकार क्यों नहीं रहासवाल है कि उसको ऐतबार क्यों नहीं रहा ? ये

शायद समझ ही न पाए ज़माना मुहब्बत..

Bazme_haqiqat

हकीक़त है या फ़साना मुहब्बतपतंगे का ख़ुद को जलाना मुहब्बत जो तारीफ़ ए फ़रहाद शिरीन से पूछेतो बोली

जवाब उसका नहीं है कोई लाज़वाब है वो

Bazme_beauti

ग़ज़ल का हुस्न और गीत का शबाब है वोनशा है जिसमे सुखन का वही शराब है वो उसे

ऐसा कोई लम्हा होता जिसमे तन्हा होते हम !

Bazme_Love1

ऐसा कोई लम्हा होता जिसमे तन्हा होते हमचुपके चुपके करते बातें यूँ न रुसवा होते हम, पूरा हर

हजारो बार सोचोगे हमें तहरीर करने तक

is tarah sataya hai pareshan kiya hai

हमें दरियाफ़त करने से हमें तसखीर करने तकबहुत है मरहले बाक़ी, हमें जंज़ीर करने तक, हमारे हिज़्र के

दोस्तों को आँसूओ का तोहफ़ा मत देना

Bazme_cryingface

गर करो जहाँ में किसी से भी दोस्तीतो फिर ताउम्र उसको धोखा मत देना, खिला कर लबो पर

गैरो में तुमने मुझको अपना कहा शुक्रिया

Bazme_Friendship

दुनियाँ के फ़िक्र ओ गम से आज़ाद किया शुक्रियाऐ दोस्त ! तेरा और तेरी दोस्ती का शुक्रिया ,

ऐ दोस्त ! तूने दोस्ती का हक़ अदा किया

Bazme_Friendship

ऐ दोस्त तूने दोस्ती का हक़ अदा कियाअपनी ख़ुशी लुटा कर मेरा गम घटा दिया, कहने को तो